अब दिमाग की इन लाइलाज बीमारियों को भी किया जा सकता है ठीक
बरेली। अब ऐसी दवाएं और तकनीकी आ चुकी हैं। जिससे दिमाग से जुड़ी बीमारियां और हाथ-पैर के कंपन, मिर्गी और अकड़न जैसी बीमारियों को इलाज से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए सही जगह और सही इलाज की जरूरत है।
गुड़गांव के आर्टेमिस अस्पताल (Artemis Hospitals) से आए डॉ. सुमित सिंह ने बताया कि पिछले दो तीन सालों में न्यूरो (Neuron) से जुड़ी बीमारियों के इलाज में क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं। अब ब्रेन (Brain) में भी हृदय की तरह पेसमेकर और स्टेंट लगाया जाता है। जिससे मरीज को काफी हद तक दिमाग की बीमारियों से छुटकारा दिलाया जा सकता है।
स्ट्रोक आने से चार घंटे के भीतर इंजेक्शन बचा सकता है जान
उन्होंने बताया एक ऐसा इंजेक्शन (Injection) आ चुका है। जिससे स्ट्रोक पड़ने के 4 घंटे के अंदर मरीज को लगाया जाए तो उसकी पूरी तरह से ठीक होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डॉ. सुदीप सरन ने बताया कि न्यूरो की बीमारी की बड़ी वजह ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है। दिमाग से जुड़ी कई बीमारियां इसकी वजह से होती हैं। जिन से छुटकारा पाने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। नशे व धूम्रपान से बचें और नियमित व्यायाम (Daily Exercize) करें।
जन्म के बाद बच्चा देरी से रोए तो हल्के में न लें
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश अग्रवाल ने बताया कि बच्चे का जन्म होने के बाद यदि बच्चा देरी से रोए तो इसे हल्के में ना लें। उसे न्यूरो से जुड़ी बीमारी हो सकती है। इसके अलावा डॉ. रागेश ने ब्लड कैंसर इलाज के आधुनिक विधि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया अब ब्लड कैंसर को भी डायबिटीज और ब्लड प्रेशर (Diabetes and Blood Pressure) जैसी बीमारियों की तरह नियमित रूप से दवा का सेवन करके कम किया जा सकता है। इसके साथ-साथ उन्होंने बोनमैरो ट्रांसप्लांट (Bone Marrow Transplant) के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डॉ. राजीव गोयल, डॉ. अनूप आर्य के साथ-साथ अन्य लोग भी मौजूद रहे।