हाथरस कांड- सीबीआई ने घटना स्थील पर पहुंचकर कई पहलुओं पर की जांच

फोरेंसिंक टीम के साथ तीसरी बार सीबीआई ने रीक्रिएट कराया हाथरस घटना का सीन हाथरस। हाथरस में दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और उसकी मौत मामले की CBI बीते 25 दिनों से जांच कर रही है। शुक्रवार को एक बार फिर जांच टीम घटनास्थल पहुंची है। CBI के साथ FSL (विधि विज्ञान प्रयोगशाला) के
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फोरेंसिंक टीम के साथ तीसरी बार सीबीआई ने रीक्रिएट कराया हाथरस घटना का सीन

हाथरस कांड- सीबीआई ने घटना स्थील पर पहुंचकर कई पहलुओं पर की जांच

हाथरस। हाथरस में दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और उसकी मौत मामले की CBI बीते 25 दिनों से जांच कर रही है। शुक्रवार को एक बार फिर जांच टीम घटनास्थल पहुंची है। CBI के साथ FSL (विधि विज्ञान प्रयोगशाला) के एक्सपर्ट्स भी हैं। CRPF की सुरक्षा घेरे में पीड़ित परिवार भी घटनास्थल पर मौजूद है। CBI की अफसर सीमा पाहुजा परिवार वालों से बात कर क्राइम सीन का रिक्रिएशन करवा रही हैं। हर एक पहलु को बड़ी बारीकी से जांचा-परखा जा रहा है।

महिला सिपाही बनी पीड़ित, मेड़ की तरफ मां ने खींचकर दिखाया
CBI टीम को लीड कर रहीं डीएसपी सीमा पाहुजा ने पीड़ित की मां व भाई से घटनास्थल पर अलग-अलग बात की। इसके बाद महिला सिपाही को बाजरे के खेत में लिटाया गया, जहां परिवार के मुताबिक वारदात के बाद घायलावस्था में पीड़ित पड़ी हुई थी। इसके बाद मां ने महिला सिपाही को मेड़ की तरफ खींचकर दिखाया।

CBI अब तक पीड़ित परिवार के घर जाकर छह बार पूछताछ कर चुकी है। वहीं, पिता व दोनों भाईयों को दो बार कैंप कार्यालय बुलाकर पूछताछ की थी। बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने CBI से पूछा है कि जांच कब तक पूरी हो जाएगी। 25 नवंबर को सुनवाई के दौरान स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। इसके चलते CBI ने अपनी जांच प्रक्रिया तेज कर दी है।

दो दिन पहले CBI अफसरों ने भाई से किया था ये सवाल
बीते बुधवार को CBI अफसरों ने मृतका के भाई व उसकी मां को कैंप कार्यालय बुलाकर करीब तीन घंटे पूछताछ की थी। लेकिन इस बात CBI की पूछताछ पहले से काफी अलग था। यह खुलासा खुद मृतका के भाई ने मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी का प्रतिनिधि मंडल के सामने किया था। भाई ने कहा कि CBI उससे पूछ रही है कि तुम पर यह भी आरोप लग रहा है कि तुमने अपनी बहन को मारा है। इस पर भाई ने CBI अफसरों से ही सवाल किया कि क्या कोई अपनी मां-बहन को मारता होगा? यदि हम उसे मारते तो अपने घर पर ही मार सकते थे, खेत पर क्यों मारते? फिर उसकी बहन ने जिंदा रहते हुए अपने बयान में चार लोगों के नाम लिए हैं, जिन्होंने उसके साथ यह घटना की है। यदि हमें उसे मारना होता तो फिर हम उसे घायल अवस्था में थाने क्यों लेकर जाते?

क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। मामले में चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था। UP सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए एफिडेविट में भी यह बात कही थी।

इस मामले में योगी सरकार ने ही CBI जांच की सिफारिश की थी। 11 अक्टूबर को CBI की गाजियाबाद यूनिट ने चंदपा कोतवाली में दर्ज केस के आधार पर मुख्य आरोपी संदीप पर मामला दर्ज किया। 25 दिनों में अब तक CBI पीड़ित और आरोपियों व उनके परिवार वालों से पूछताछ कर चुकी है।

 

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