
न्यूज टुडे नेटवर्क। किसान नेताओ की ओर से किया गया भारत बंद का आह्वान तथा विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा इसको दिये गये समर्थन का यहाँ कोई असर देखने को नहीं मिला जिसके चलते नगर और आस पास के क्षेत्रों में भारत बंद पूरी तरह विफल रहा। सबसे खास बात यह देखने को यह मिली कि क्षेत्र के किसानों ने भी इस आंदोलन से अपनी पूरी तरह दूरी बनाये रखी तथा मंडी में आकर न केवल अपनी-अपनी उपज बेंची तथा दैनिक जरूरत की चीजों के अतिरिक्त अपनी खेती के लिये खाद बीज भी खरीदते नजर आये।
नगर में भारत बंद की विफलता का आलम यह रहा कि अनेक विपक्षी दलों के कार्यकर्ता तथा पदाधिकारी तक अपने अपने प्रतिष्ठान खोले दिखे। इसे प्रशासन की सख्ती कहा जाये या राजनीतिक दलों के नेताओं की समझदारी कि नगर में न तो सत्तादल ने दुकानदारों को अपनी दुकानें अथवा प्रतिष्ठान खोलने के लिये अपना प्रभाव डाला और न ही किसी विपक्षी दल ने बाजार बंद कराने के लिये ही व्यापारियों पर दबाव डाला।
पूरे नगर तथा आसपास के क्षेत्रों में सामान्य दिनों की तरह कामकाज होता रहा। मुख्यबाजार, घंटाघर रोड़, बेझा चौराहा, अल्हापुर तिराहा, मौलागंज बस स्टैंड पर काफ़ी भीड़ भाड़ देखने को मिली। नवीन मंडी स्थल में उपज बेंचने आये किसानों से जब पूंछा गया कि आप लोग किसान बिल के विरोध में नहीं है ? इसके जबाब में किसानों का कहना था कि किसान बिल के विषय में उन्हें कुछ भी अता पता नहीं है। हम लोगों को खेती ही करनी है ,चाहें किसी दल की सरकार हो । जिन्हें सत्ता चाहिये वही लोग किसानों के नाम पर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं।