
रुद्रपुर। भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल के प्रवक्ता एवं भाजपा नेता आशीष छाबड़ा जिला विकास प्राधिकरण के खिलाफ सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे। हालांकि उन्हें शहीद ऊधमसिंह की प्रतिमा के सामने से हटा दिया गया, जिस पर वह सौ मीटर दूर अनशन पर बैठे तो उन्हें वहां से हटा दिया गया। जिस पर उन्होंने गांधी पार्क में अनशन किया।
विधायक प्रवक्ता आशीष छाबड़ा ने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि विषम भौगेलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड राज्य में जिला विकास प्राधिकरण का गठन औचित्यहीन है। प्राधिकरण का गठन करके सरकार ने एक तरह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम किया है। इससे सरकार की जीरो टाॅलरेंस की परिकल्पना सार्थक नहीं हो पा रही है। विधायक प्रवक्ता ने कहा कि खून पसीने की कमाई से आम आदमी को अपना छोटा सा घर बनाने में भी आज तमाम कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपनी ही जमीन पर घर बनाने के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं, यह सब प्राधिकरण की देन है। विकास प्राधिकरण लोगों के सपनों पर ग्रहण लगा रहा है। लोगों में प्राधिकरण के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। विधायक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहाड़ी जनपदों से प्राधिकरण हटाने की घोषणा करके एक बार फिर मैदान और पहाड़ के बीच खाई खोदने का काम किया है, जबकि सच्चाई यह है कि प्राधिकरण की आड़ में भ्रष्टाचार पहाड़ से ज्यादा मैदानी क्षेत्रों में पनप रहा है, क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों की अपेक्षा निर्माण कार्य मैदानी क्षेत्रों में अधिक होते हैं, इसीलिए प्राधिकरण के अधिकारी यहां जनता को दोनों हाथों से लूटने का काम कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि कलेक्ट्रेट में उन्हें धरने पर नहीं बैठने दिया गया। कहा कि भविष्य में यदि कोई धरना प्रदर्शन कलेक्ट्रेट में हुआ तो वे हाईकोर्ट जाएंगे। लोकतंत्र में किसी को भी धरना प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन अफसर हिटलरशाही पर आमादा हैं।