रुद्रपुर: भारत बंद को रुद्रपुर में समर्थन, देखिए कैसे सड़क पर उतरे सियासी दल व व्यापारी

रुद्रपुर। भारत बंद का रुद्रपुर में व्यापक असर रहा। व्यापारियों एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने सुबह ही बाजार बंद करा दिया। इसके बाद प्रदर्शन करके केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया।
केंद्र सरकार के कृषि संबंधी अध्यादेशों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया था, जिसका रुद्रपुर में पूरा समर्थन मिला। विभिन्न राजनीतिक संगठनों एवं व्यापार मंडल ने भारत बंद को समर्थन का ऐलान किया था। मंगलवार को लोगों शहर के बाजार में घूम कर खुली दुकानें बंद करा दीं।

इसके बाद लोगों ने रणजीत सिंह की प्रतिमा के सामने एकत्र होकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके काले कानून वापस लेने की मांग की। महानगर का पूरा बाजार फिलहाल बंद है। कांग्रेस नेताओं ने किसानों के पूरा समर्थन देने का ऐलान किया। प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया।

इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में बाटा चौक पर एकत्र हुए । जहां भारत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और किसानों पर थोपा गया काला कानून वापस लेने की पुरजोर मांग की गई
इसके बाद महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश तनेजा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष अरुण पांडे, किसान नेता मोहनखेड़ा आदि के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में घूम घूम कर बाजार बंद का जायजा लिया और भारत बंद में रुद्रपुर के व्यापारियों के योगदान के लिए उनका धन्यवाद दिया। प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रुद्रपुर नगर पालिका परिषद की पूर्व चेयरपर्सन श्रीमती मीना शर्मा ने अपने हाथ में किसानों के प्रतीक के रूप में हल पकड़ रखा था जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था इस अवसर पर श्रीमती शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को किसानों के खिलाफ लाए गए काले कानून को वापस लेना ही होगा। उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं जिन का अपमान और शोषण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
इस दौरान महामंत्री राजीव कामरा अमनदीप विर्क, ब्लाक अध्यक्ष दिनेश पन्त, नबाब सिंह मनदीप सिंह दिलीप अधिकारी,युवा नेता सौरभ बेहड़,पार्षद मोहन भारद्वाज, राजेश कुमार, सुरेश गौरी,अमित, मिश्रा बिट्टू, अषित बाला,अबरार अहमद,दलजीतसिंह संधू,बाबू खान, सचिन मुंजाल, उमा सरकार, संजीव रस्तोगी, बेबी सिकदार,मोनिका ढाली, हरजीत सिंह ,कमलेश गुप्ता, रवि कठेरिया, रामधारी गंगवार, राकेश यादव, प्रदीप यादव निर्मल सिंह रविंदर सिंह किसान नेता वीर सिंह गुरु सिंह सभा के पूर्व अध्यक्ष प्रमुख सिंह विर्क विक्रमजीत सिंह विकी, दलराज बाजवा, रॉबिन बिश्वास, इंद्रजीत सिंह, कावल सिंह, प्रीतम सिंह, विक्की प्रधान आदि कार्यकर्ता शामिल थे।