भटके बच्चों को बाल संप्रेषण गृह ने दिखाई नई राह, मैट्रिक में मिली शानदार कामयाबी
सबसे बेहतर प्रदर्शन गुमला जिला स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में बंद किशोरों ने किया है। यहां नौ को फस्र्ट डिविजन में सफलता मिली है। कुछ ने 70 प्रतिशत तक अंक हासिल किए हैं। गुमला संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक अविनाश गिरि ने बताया कि सभी किशोरों की पढ़ाई संप्रेक्षण गृह में ही हुई है। इसके लिए शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
उपायुक्त सुशांत गौरव, उप विकास आयुक्त हेमंत सती , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने स्वयं बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था में दिलचस्पी ली। इन बच्चों ने पुलिस कस्टडी में परीक्षा दी। उन्होंने बताया कि इस बार 8 वीं से 12 तक में कुल 33 किशोरों ने परीक्षा दी है। बाकी का परिणाम आना बाकी है। शिक्षकों के अनुसार, इनके भी बेहतर रिजल्ट की उम्मीद की जा रही है। सभी परीक्षाओं के रिजल्ट सामने आने के बाद उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। लोहरदगा और पलामू के संप्रेक्षण गृह में भी रह रहे आधा दर्जन किशोरों ने परीक्षा में सफलता पाई है। इन बच्चों की सफलता से उनके घरवाले भी खुश हैं।
--आईएएनएस
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