बरेली- ना सरकारी स्कूलों में बंट पाई पूरी किताबेें ना ही आपरेशन कायाकल्प के कार्य कराए पूरे, फिर बीएसए ने क्या किया देखें पूरी खबर….

कई शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं बरेली,न्यूज टुडे नेटवर्क। अब तक कई परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को पूरी किताबें नहीं मिल पाई हैं। कहीं स्कूल बंद तो कहीं गंदगी का अंबार लगा है । बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों के निरीक्षण के दौरान तमाम ऐसी खामियां मिलीं। इस पर उन्होंने
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कई शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं

बरेली,न्‍यूज टुडे नेटवर्क।  अब तक कई परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को पूरी किताबें नहीं मिल पाई हैं। कहीं स्कूल बंद तो कहीं गंदगी का अंबार लगा है । बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों के निरीक्षण के दौरान तमाम ऐसी खामियां मिलीं। इस पर उन्होंने कई शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से स्पप्टीकरण तलब किया है।

प्राइमरी स्कूल कमपुर उर्फ गुलाब नगर, फरीदपुर के निरीक्षण में शिक्षक बृजेश सिंह, ममता यादव और शिक्षा मित्र मुनेंद्र कुमार अनुपस्थित थे। निरीक्षण के समय ही पहुंचे। स्कूल में निश्शुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण अपूर्ण मिला। इस पर प्रधान अध्यापक ज्ञानेंद्र कुमार को वर्ष 2020-21 के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। तीन दिन में खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

प्राइमरी और जूनियर स्कूल रम्पुरा रतन स्कूल निरीक्षण के समय 10.30 बजे बंद मिले। इसके लिए पूरे स्टाफ का निरीक्षण तिथि का वेतन रोकने के आदेश दिए। साथ ही तीन दिन में स्पष्टीकरण भी मांगा। प्राइमरी स्कूल धीरपुर फरीदपुर में निरीक्षण के समय प्रधान अध्यापक रीत राम व शिक्षक प्रदीप कुमार मिले। स्कूल में पंखे नहीं लगाए गए। दीवारों पर अधिकारियों के मोबाइल नहीं लिखे गए। पुस्ताकलय भी नहीं है। ऑनलाइन कक्षा का कोई ब्योरा नहीं मिला। इन कमियों पर प्रधान अध्यापक रीत रात का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया।

जूनियर स्कूल धीरपुर में टाइल्स व वॉल पेंटिंग का कार्य नहीं कराया गया। ऑनलाइन शिक्षण का ब्योरा नहीं मिला। स्कूल में बाउंड्रीवाल और मूत्रालय भी नहीं है। इन कमियों पर प्रधान अध्यापक जितेंद्र पाल सिंह तोमर का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया। साथ् ही प्रधान से संपर्क कर एक महीने में कमियां दूर करने के निर्देश दिए।

प्राइमरी स्कूल बेहरा में निरीक्षण के समय पता चला कि हैंडवाश के लिए पैसा आने के बाद भी निर्माण नहीं कराया गया। रंगाई-पुताई भी संतोष जनक नहीं है। बाला पेंटिंग का कार्य नहीं हुआ। निश्शुल्क पाठ्य पुस्तक अपूर्ण है। यूनीफार्म वितरण भी नहीं किया गया। ऑपरेशन कायाकल्प के तय 14 पैरामीटर पर काम नहीं कराए गए। इन कमियों पर इंचार्ज प्रधान अध्यापक छाया सरोज का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया।

प्राइमरी स्कूल मैनी में भी रंगाई-पुताई का काम गुणवत्तापूर्ण नहीं है। कायाकल्प में कोई  कार्य ही नहीं कराया गया। शिक्षक मनीष गुप्ता ऑनलाइन कक्षा का कोई ब्योरा नहीं दे पाए। बीएसए ने इंचार्ज प्रधाान अध्यापक भगवान दास का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया।

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