
न्यूूज टुडे नेटवर्क। महानगर कॉंग्रेस कमेटी ने महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला के नेतृव में केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार के कार्यालय पर ज्ञापन दिया और केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन किसान विरोधी बिल को वापस करने की मांग की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सांसद एवं केंद्रीय मंत्री से कहा कि देश के 62 करोड़ किसान इस काले कानून के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं। संघीय ढांचे का उल्लंघन कर संविधान को रौंद कर काला कानून लाया गया है।
सरकार पूंजीपतियों और जमाखोरों को लाभ पहुंचाने के लिये ये कानून लाई है। इस कानून से कृषि उपज खरीद व्यवस्था चौपट हो जायेगी । किसानों को कहीं से भी कोई मदद नही मिलेगी। पूंजीपति फसल का वाजिब दाम नही देंगे मोदी सरकार का दावा कि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकेंगे झूठ का पुलिंदा है। मंडियां खत्म होते ही मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कृषि विशेषज्ञों का कहना कि सरकार बिल की आढ़ में सांता कुमार कमेटी की रिपोर्ट लागू करना चाहती है जो पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की साजिश है।
इस अध्यादेश से किसान जो खेत का मालिक है बंधुआ मजदूर बनकर रह जायेगा। तीनो अध्यादेश संघीय ढांचे के खिलाफ हैं कांग्रेस कार्यक्रताओ ने तीनों बिल को वापस लेने की मांग की। ज्ञापन देने वालो में प्रेम प्रकाश अग्रवाल, डॉक्टर चारु मेहरोत्रा, मोनू पांडे, के के दीक्षित,धर्मेंद्र कौशल, मुजाहिद हसन,संगीता कौशल, आदि महानगर कांग्रेस कमेटी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।