फजीहत से बची नीतीश सरकार, बिहार के शिक्षा मंत्री ने शपथ ग्रहण के 72 घंटे बाद ही क्‍योंं दे दिया इस्तीफा, देखें यह खबर…

न्यूज टुडे नेटवर्क। आखिरकार बिहार की नीतीश सरकार को फजीहत से बचाने के लिए बिहार के शिक्षामंत्री ने शपथ ग्रहण के 72 घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों से घिरने के बाद आखिरकार बिहार के नए शिक्षा मंत्री को कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही अपने
 | 
फजीहत से बची नीतीश सरकार, बिहार के शिक्षा मंत्री ने शपथ ग्रहण के 72 घंटे बाद ही क्‍योंं दे दिया इस्तीफा, देखें यह खबर…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। आखिरकार बिहार की नीतीश सरकार को फजीहत से बचाने के लिए बिहार के शिक्षामंत्री ने शपथ ग्रहण के 72 घंटे बाद ही इस्‍तीफा दे दिया। भ्रष्‍टाचार और अनियमितताओं के आरोपों  से घिरने के बाद आखिरकार बिहार के नए शिक्षा मंत्री को कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही अपने पद से इस्‍तीफा देना पड़ा।

गौरतलब है कि अनियमितताओं के आरोपों में पहले से घिरे मेवालाल चौधरी को नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाकर शिक्षा मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया था। लेकिन चौधरी की दागदार छवि की वजह से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया था।

चौधरी को शिक्षामंत्री बनाने पर नीतीश सरकार सीधे तौर पर विरोधियों के निशाने पर आ गई थी। आज ही इस मसले को लेकर राजद नेता तेजस्‍वी यादव ने भी नीतीश सरकार पर जुबानी हमला बोला था। जिसके बाद भारी विरोध को देखते हुए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्‍तीफा दे दिया। चौधरी को शपथ ग्रहण के एक दिन बाद मंगलवार को शिक्षा मंत्रालय का प्रभार दिया गया था।

चौधरी ने अपराह्न एक बजे प्रभार संभालने के तत्काल बाद अपना इस्तीफा भेज दिया। चौधरी मुख्यमंत्री कुमार के नेतृत्व वाले जदयू के सदस्य हैं। वह बिहार कृषि विश्वविद्यालय, भागलपुर में शिक्षकों और तकनीशियनों की नियुक्ति में कथित अनियमितता के पांच वर्ष पुराने एक मामले में आरोपी हैं। वह इस विश्वविद्यालय के कुलपति रहे हैं। चौधरी हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में तारापुर सीट से निर्वाचित हुए हैं।

WhatsApp Group Join Now
News Hub