प्रकृति और संस्कृति के सामंजस्यपूर्ण संतुलन का पालन करता है तिब्बत: नेपाली राजदूत
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उद्घाटन समारोह में भाग लेने वाले चीन स्थित नेपाली राजदूत बिषनु पुकर श्रेष्ठा ने भाषण देते हुए कहा कि प्रकृति और संस्कृति के सामंजस्यपूर्ण संतुलन का पालन करते हुए तिब्बत की आधुनिकीकरण प्रक्रिया उच्च गुणवत्ता वाले विकास के रास्ते पर चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि नेपाल और तिब्बत के बीच ऐतिहासिक सम्बंधों का पता नेपाल की राजकुमारी भृकुटी और तिब्बत के राजा सोंगत्सन गम्पो के बीच विवाह से लगाया जा सकता है। पुराने जमाने में तिब्बत नेपाल और चीन के बीच महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र था। 1955 में नेपाल और चीन ने राजनयिक सम्बंध स्थापित किए थे, दोनों देशों के बीच प्राचीन सम्बंधों को और विकसित किया गया है।
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राजदूत श्रेष्ठा ने कहा कि गरीबी उन्मूलन में तिब्बत के सफल अभ्यास ने नेपाल के लिए अच्छा उदाहरण पेश किया है। इसके साथ ही, प्रतिभाओं को निखारने, आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने, ग्रामीण विकास नियोजन बनाने आदि क्षेत्रों में चीन की सफलता नेपाल पर दूरगामी प्रभाव डालेगी। उन्होंने यह भी कह कि नेपाल और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के बीच सीमा क्षेत्र निकट है। चांगमू, चीलोंग और फूलान तीनों व्यापारिक बंदरगाहों को चालू कर दिया गया है। नेपाल और तिब्बत के लोगों के बीच सम्बंध को और मजबूत किया गया है। वर्तमान में व्यापार सुविधा, पर्यटन संवर्धन और सीमा शुल्क संचालन प्रक्रिया के अनुकूलन सहित विभिन्न तंत्रों का कार्यान्वयन किया जा रहा है, नेपाल चीन के साथ अधिक द्विपक्षीय क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करना चाहता है।
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(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
एएनएम