नए संसद भवन का शुभारंभ पूरे देश के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण, विपक्ष बहिष्कार के निर्णय पर करे पुनर्विचार : प्रल्हाद जोशी

नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने नए संसद भवन के शुभारंभ को पूरे देश के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण बताते हुए उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले विपक्षी दलों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
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नई दिल्ली, 24 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने नए संसद भवन के शुभारंभ को पूरे देश के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण बताते हुए उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले विपक्षी दलों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि नए संसद भवन का शुभारंभ पूरे देश के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण है। इस पर राजनीति करना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने बहिष्कार करने वाले विपक्षी दलों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है और सब पर राजनीति करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बहिष्कार करना और नॉन इशू को मुद्दा बनाना उचित नहीं है।

जोशी ने आगे कहा कि वे बहिष्कार की बात करने वाले सभी राजनीतिक दलों से अपने इस निर्णय पर फिर से विचार करने की अपील करेंगे और आग्रह करेंगे कि कृपया कर इसमें (उद्घाटन कार्यक्रम) शामिल हों।

राष्ट्रपति के अपमान के विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह (आरोप) बिल्कुल ठीक नहीं है। लोक सभा अध्यक्ष संसद के कस्टोडियन होते हैं और उन्होंने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है।

देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा पहले भी संसद भवन के अंदर अतीत में कई भवनों के उद्घाटन का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा इसलिए ऐसे कारणों को लेकर एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का बहिष्कार करना उचित नहीं है।

आपको बता दें कि, देश के 19 प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति से संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन नहीं कराए जाने पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की है।

--आईएएनएस

एसटीपी/एएनएम

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