
न्यूज टुडे नेटवर्क। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन के लिए भूमिपूजन किया है। आज गुरूवार को यह भूमि पूजन समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस भूमिपूजन के साथ ही अंग्रेजों के द्वारा बनाई गई पुरानी संसद भवन अब दो सालों के अंतराल के बाद इतिहास बनकर रह जाएगी। मोदी ने भूमिपूजन के दौरान इसे नए भारत का निर्माण बताया।
भूमिपूजन के दौरान सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया। पीएम मोदी ने वैदिक रीति रिवाज से नए संसद भवन का भूमिपूजन सम्पन्न कराया। इसके अलावा अन्य सभी धर्मों के धर्माचार्यों ने अपने अपने तरीके से भूमिपूजन कराया।
नए भवन में लोकसभा सांसदों के लिए लगभग 888 और राज्यसभा सांसदों के लिए 326 से ज्यादा सीटें होंगी। पार्लियामेंट हॉल में कुल 1,224 सदस्य एक साथ बैठ सकेंगे। मौजूदा संसद 1921 में बनना शुरू हुई थी, 6 साल बाद यानी 1927 में बनकर तैयार हुई। भूमिपूजन में हर धर्म के पुजारियों ने पूजा कराई। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला समेत कई नेता मौजूद थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रधानमंत्री को भूमिपूजन का बाकायदा न्योता दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम नए संसद भवन में दोनों सदनों के सेशन की शुरुआत करेंगे। नया संसद भवन सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है।