डेंगू की दहशत में गांव छोड़कर जाने को मजबूर आलमपुर जाफराबाद के १२ परिवार
बरेली,न्यूज टूडे नेटवर्क। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आलमपुर-जाफराबाद ब्लाक के गांव मजनूपुर में डेंगू का प्रकोप फैलने के दावों से भले इनकार कर रहा हो लेकिन 12 परिवार गांव से पलायन कर गए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, गांव के करीब 20 लोगों की बुखार की वजह से मौत हो चुकी है। इसके अलावा करीब डेढ़ सौ लोग निजी अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते सैकड़ों लोग गांव के ही झोलाछाप से इलाज करा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ दिन पहले यहां शिविर लगाया गया था। शिविर में भी खानापूर्ति कर रिपोर्ट भेज दी गई। उधर, ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और कुछ समस्या का निदान न होने से पलायन कर चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार, करीब 12 परिवार अब तक गांव से डेंगू के कहर के चलते पलायन कर चुके हैं।

ग्रामीणों का दावा है कि पूरे गांव में घर-घर डेंगू से पीड़ित लोग हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग बीमारी को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब भी वे स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करते हैं तो सीएमओ जिले में एक डेंगू का मरीज बोल कर बात को टरका देते हैं। ऐसे में थक-हार कर कुछ ग्रामीणों ने अब गांव से पलायन करना ही उचित समझा है।

गांव के इतने बुरे हालात कभी नहीं देखे
मजनूपुर के निवासी कि गांव में पिछले दो महीने से बुखार का कहर था। बच्चों के साथ मैं भी इसका शिकार हो गया। हालत कुछ यूं थे कि एक ग्रामीण की मौत का चौथा न भी नहीं हो पा रहा था कि एक और मौत का मातम पूरे गांव पर छा जाता था। गांव में इतने बुरे हालात कभी नहीं देखे। मजबूरी में बच्चे और परिवार को देखते हुए गांव छोड़कर शहर के परतापुर में आ गया। गांव में मेरे दो भाई, मां-बाप सब रहते हैं। आज भी जब गांव में मौत की खबर सुनता हूं तो डर जाता हूं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कुछ न करना और खल जाता है।