जर्मनी में पुलिस की बर्बरता से भाजपा नेता निराश

उन्होंने पोस्ट किया, भारतीय यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में लोकतांत्रिक मानदंडों में इस तरह की गिरावट को दुख और चिंता के साथ देख रहे हैं।
हालांकि यह घटना जनवरी में हुई थी, पांडा की टिप्पणी जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा और बाद में संसद से अयोग्यता पर की गई टिप्पणी के बाद आई है।

जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, उनका देश फैसले पर ध्यान दे रहा है। वह राहुल गांधी के मामले में न्यायिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के मानकों को लागू करने की अपेक्षा करता है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने टिप्पणी की सराहना की थी और कहा था, जर्मनी के विदेश मंत्रालय और रिचर्ड वॉकर को इस बात पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद कि कैसे भारत में लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है।

इसके तुरंत बाद कई भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर भारत के मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगाया।
जनवरी में जर्मनी में हिंसा की सूचना मिली थी, जब हजारों लोगों, मुख्य रूप से पर्यावरणविदों ने कोयला खदान का विस्तार करने के लिए लुत्जरथ गांव को गिराने की सरकार की योजना का विरोध किया था।
--आईएएनएस
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