गोली लगने से घायल बरेली के छात्र नेता के भाई की उपचार के दौरान हुई मौत, फिर हुआ अस्पताल में हंगामा, क्या थी वजह, देखिए यह खबर…

पोस्टमार्टम न कराने को लेकर अस्पताल में हंगामा
बरेली,न्यूज टुडे नेटवर्क। एबीवीपी नेता के बड़े भाई की देर रात अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। पुराने विवाद में उन्हें घर के बाहर ही दो लोगों ने गोली मार दी थी। जिसके बाद से ही घायल का एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। इस मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि दूसरे आरोपी का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बारादरी थाना क्षेत्र के रोहली टोला पुराना शहर के रहने वाला कमल गुप्ता पुत्र उमेश गुप्ता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता है। कमल गुप्ता का रोहली टोला में माहौर वैश्य धर्मशाला के पास रहने वाले अजय गुप्ता उर्फ शैंकी पुत्र विजय गुप्ता, मुकेश गुप्ता विजय गुप्ता, संतोष गुप्ता, बाबू गुप्ता उर्फ संजीव, संजीव गुप्ता उर्फ बब्लू गुप्ता समेत अन्य से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। जिसको लेकर दोनों पक्ष कई बार आमने-सामने भी आ चुके थे। इसी को लेकर बीती १५ नवंबर की शाम करीब साढ़े छह बजे मुकेश गुप्ता और शैंकी ने कमल के घर के बार खड़े हुए बड़े भाई योगेश गुप्ता को गोली मार दी और मौके से फरार हो गया।

जिसके बाद से ही योगेश गुप्ता का एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। योगेश की मंगलवार की शाम से ही तबियत ज्यादा बिगड़ गई थी। उपचार के दौरान योगेश की रात करीब तीन बजे मौत हो गई। जिसके बाद से ही घर वालों में कोहराम मचा हुआ है। सूचना पर पहुंची बारादरी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम केलिए भेज दिया था।
आरोपी मुकेश की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी
छात्र नेता कमल के भाई योगेश गुप्ता को गोली मारने के मामले में बारादरी पुलिस शैंकी उर्फ अजय गुप्ता को जेल भेज चुकी है। जबकि इस मामले में अब तक पुलिस महेश गुप्ता को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता और परिजनों की रात में ही महेश गुप्ता की गिरफ्तारी न होने तक पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। जिसको लेकर उनकी बारादरी थाना प्रभारी शितांशु शर्मा से कहासुनी हुई थी। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों के समझाने पर वह शांत हुए और पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हो गए।
डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
योगेश की मौत की सूचना पर परिजन और अन्य लोग अस्पताल पहुंच गए। जहां उन्होने डॉक्टरों पर लारवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। डॉक्टरों पर आरोप है कि उन्होने गोली तो निकाल ली। लेकिन पेट की सही से सफाई नहीं की। जिस वजह से इंफेक्शन फैल गया। जिससे योगेश की मौत हो गई।
दरोगा को सस्पेंड कराने का आश्वासन
योगेश के परिजनों ने कांकर टोला चौकी इंचार्ज अजय यादव पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होने एसपी सिटी रवीन्द्र सिंह को बताया कि अगर वह समय रहते बीती ५ नवंबर को हुई घटना में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर देते तो यह नौबत नहीं आती। जिसके बाद एसपी सिटी ने छात्र नेता कमल गुप्ता को आश्वासन दिया है कि चौकी इंचार्ज की लापरवाही के बारे में एसएसपी को लिखकर भेज दिया गया है। जल्द ही वह सस्पेंड कर दिए जाऐंगे।
छात्र नेता पर भी हुई थी फायरिंग
बता दें कि बीती पांच नवंबर की छात्र नेता कमल गुप्ता अपने दोस्त के साथ बाइक से जिला अस्पताल की ओर किसी आम से आ रहा था। इस दौरान छात्र नेता पर अजय गुप्ता उर्फ शैंकी पुत्र विजय गुप्ता, मुकेश गुप्ता विजय गुप्ता, संतोष गुप्ता, बाबू गुप्ता उर्फ संजीव, संजीव गुप्ता उर्फ बब्लू गुप्ता समेत अन्य ने मारपीट करने के बाद फायरिंग कर दी थी। इस मामले में बारादरी पुलिस ने कमल गुप्ता की ओर से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी मुकदमे को वापस लेने के लिए आरोपी दबाव बना रहे थे।