
न्यूज टुडे नेटवर्क। विधान परिषद चुनावों में वोटों की गिनती को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया है। लखनऊ और वाराणसी में कई मतपेटिकाओं के सील नहीं लगे होने के कारण समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भड़क गए। वहां धरना शुरू कर दिया गया है। सपाईयों ने भाजपा पर सत्ता के दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया। अफसरों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। वहां जोरदार नारेबाजी के बीच प्रशासन पर सत्ता के दबाव में धांधली करने का आरोप लगाया गया है। डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंच गए हैं।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतों की गणना जारी है। इन सीटों के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई थी। इन सीटों पर भाजपा, सपा, कांग्रेस, विभिन्न शिक्षक संगठन और निर्दलीय मिलाकर 199 प्रत्याशी हैं जिनके भाग्य का फैसला गुरुवार देर शाम तक आने की उम्मीद है। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई। लखनऊ में एक प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने सत्ता के दुरुपयोग और प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने मतगणना स्थल अराजक तत्वों की मौजूदगी का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे डीएम और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांंत कराया।
वाराणसी में दोपहर दो बजे सपा ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को बाहर करना शुरू किया तो भारी संख्या में सपा के लोग पहुंच गए और मतगणना स्थल पहाड़िया मंडी गेट पर धरना शुरू कर दिया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि मतपेटिका की सील टूटी है। बाक्स बदले जा रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह से सत्ता पक्ष के साथ खड़ा है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इतना ही नहीं धमकाया भी जा रहा है। सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मंडी गेट से हटाने को लेकर घेराबंदी शुरू कर दी है। इस बीच सपा नेता शालिनी यादव से वार्ता करने के लिए एसीएम चतुर्थ अमृता सिंह मौके पर पहुंची हैं। एसीएम-2 महेंद्र श्रीवास्तव ने भी सपाइयों को शांत करने की कोशिश की।