इंदौर कलेक्ट्रेट के बाबू ने किया 5 करोड़ का गबन, कॉल गर्ल पर भी लुटाई रकम

इंदौर, 24 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर के कलेक्ट्रेट में पदस्थ एक लिपिक ने सरकारी योजनाओं की राशि में बड़ा गोलमाल कर पांच करोड़ से ज्यादा की रकम का गबन किया। उसने यह राशि अपने नाते रिश्तेदारों के खातों में तो डाली ही साथ में गर्लफ्रेंड और कॉल गर्ल पर भी लुटाने में कसर नहीं छोड़ी।
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इंदौर, 24 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर के कलेक्ट्रेट में पदस्थ एक लिपिक ने सरकारी योजनाओं की राशि में बड़ा गोलमाल कर पांच करोड़ से ज्यादा की रकम का गबन किया। उसने यह राशि अपने नाते रिश्तेदारों के खातों में तो डाली ही साथ में गर्लफ्रेंड और कॉल गर्ल पर भी लुटाने में कसर नहीं छोड़ी।

कलेक्टर कार्यालय की लेखा शाखा में लिपिक के पद पर पदस्थ है मिलाप सिंह चौहान और उसका साथी है सहायक रणजीत करोड़ व चपरासी अमित निंबालकर। इन लोगों ने कोरोना काल में पीड़ितों के लिए शासन से मंजूर राशि और अन्य योजनाओं की राशि में बड़े पैमाने पर गोलमाल किया है। शासकीय राशि को तीनों ने अपनी पत्नियों और तमाम रिश्तेदारों के खाते में तो हस्तांतरित की ही, साथ में गर्लफ्रेंड के अकाउंट में भी राशि डाली और कॉल गर्ल पर भी राशि खर्च करने में वह पीछे नहीं रहा।

प्रशासन के सामने यह मामला आया तो कलेक्टर इलैया राजा टी के आदेश पर अपर कलेक्टर राजेश राठौर और उनकी टीम ने इस पूरे मामले की जांच की। इस जांच में एक बात सामने आई कि पांच करोड़ से अधिक की शासकीय धनराशि का गोलमाल हुआ है। इस पूरे मामले में मिलाप चौहान के साथ सहायक रणजीत और चपरासी अमित भी शामिल थे। इन तीनों ने अपनी पत्नियों के अलावा नाते रिश्तेदारों के खातों में सरकारी धन को ट्रांसफर किया। यह राशि हितग्राहियों को मिलने वाली रकम थी। जांच के दौरान संबंधित कर्मचारियों के बैंक की स्टेटमेंट की भी जांच की गई और उनसे पूछताछ की गई, जिससे इस बात की पुष्टि हुई है कि शासकीय धन के गबन में यह शामिल हैं। इस पर रावजी बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसमें कुल 29 लोगों को आरोपी बनाया गया है। चौहान पुलिस की हिरासत में है।

--आईएएनएस

एसएनपी/एएनएम

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