
न्यूज टुडे नेटवर्क। किसानों के आठ दिसंबर के प्रस्तावित भारत बंद को कई राजनैतिक दल समर्थन दे रहे हैं। कल वामदलों ने किसानों के भारत बंद ऐलान का समर्थन किया था। अब कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस,टीएमसी औतेलंगाना रारूट्र समिति ने भी किसानों के भारत बंद को समर्थन दे दिया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि किसानों का आठ दिसंबर वाला भारत बंद का ऐलान बेहद जबर्दस्त होगा। क्योंकि किसानों के साथ अब राजनैतिक पार्टियों का भी समर्थन है। किसान आंदोलन के आज 11वें दिन इन दलों ने किसानों के भारत बंद को पूर्ण समर्थन देने की बात कही है। फिलहाल सिंधू बार्डर पर किसानों की बैठक चल रही है। बैठक में आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जा रही है। गौरतलब है कि कल हुई किसान सरकार वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला था।
सरकार कृषि कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव लाई थी जिसे किसानों ने खारिज कर दिया। उधर सरकार भी अपनी जिद पर अड़ी हुई है। किसान सरकार से सीधे बिल वापस लेने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार को लगातार समझाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस ने 8 दिसंबर को होने वाले किसानों के भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बताया कि हम आंदोलन के सपोर्ट में अपनी पार्टी ऑफिस में प्रदर्शन करेंगे। इससे राहुल गांधी के किसानों के प्रति सपोर्ट को मजबूती मिलेगी। वहीं, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (TRS) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने भी भारत बंद के सपोर्ट की घोषणा की। इससे पहले TMC सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा था कि पार्टी मजबूती के साथ किसानों के साथ खड़ी है और भारत बंद में उनका पूरा समर्थन करेगी।
इन दलों के किसान आंदोलन को समर्थन देने के बाद कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने विपक्ष पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के किसानों को नए कानून से फायदा ही होगा, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें उन्हें भड़का रही हैं। राजनीतिक लोग आग में ईंधन डाल रहे हैं।