आखिर ब्राम्हण किसानों ने क्यों पूर्व सीएम अखिलेश से कहा, जनेऊ की कसम खा रहे हैं सपा का ही समर्थन करेंगे, जानिए इस खबर में….

न्यूज टुडे नेटवर्क। रामनगरी अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण से लेकर भगवान राम की भव्य प्रतिमा , एएयरपोर्ट और सड़क निर्माण कार्यो को गति देने के लिए सरकार जमीनों का अधिग्रहण कर रही है। लेकिन वहां के किसान जमीनों के मुआवजे को लेकर आंदोलन की रह पकड़ रहे हैं। आरोप यह हैं कि सरकार उन्हें बाजार भाव से भी कम दामों का मुआवजा दे रही है। जिसके विरोध में किसानों ने अधिग्रहण के लिए अपनी जमीनें देने से मना कर दिया है। अब सरकार की मनमानी से पीड़ित किसानों ने इस मसले को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मदद मांग रहे हैं।

गुरूवार को अयोध्या के धरमपुर, कुटिया , गाजा समेत लगभग २० गांवों के किसान पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मिले और मुआवजे की लड़ाई में समाजवादी पार्टी से सहयोग मांगा। पूर्व राज्यमंत्री पवन पाण्डेय के साथ किसानों ने अखिलेश से मुलाकात की थी। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार में किसी किसान का उत्पीड़न नहीं होने दिया गया। हमारी सरकार में यमुना एक्सप्रेस वे जैसे तमाम विकास हुए लेकिन सपा सरकार ने किसी भी किसान को नहीं दबाया, बल्कि किसानों को सपा सरकार में पूरा मुआवजा मिला।

पूर्व सीएम ने आश्वस्त किया कि वे सरकार के सामने किसानों की बात रखेंगे। यदि सीधे बात नहीं बनी तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। अखिलेश से मिलने पहुंचे किसानों ने कहा कि हम ब्रम्हण हैं और अपने जनेऊ की कसम खाकर कह रहे हैं कि हम सपा का समर्थन करेंगे। किसानों ने आरोप लगाया कि अयोध्या प्रशासन किसानों को बेवजह परेशान कर रहा है। जबरन जमीनें छीने जाने की योजना बनाई जा रही है।
जिस पर अखिलेश ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता जो व्यक्ति पीढ़ियों से जिस जगह पर रह रहा हो वहां उसके अधिकारों से उसे वंचित नहीं किया जा सकता। यादव ने कहा कि हमने यमुना एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया तब किसानों ने खुशी से अपनी जमीनें दीं, क्योंकि सपा सरकार ने किसानों की सभी मांगों पर सहमति जताई और पूरा मुआवजा दिलाया। अखिलेश ने कहा कि सरकार को किसानों को छह गुना मुआवजा देना चाहिए।