लंपी वायरल ने मप्र सरकार की चिंता बढ़ाई

भोपाल, 22 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पशुओं के जिंदगी पर लंपी वायरस नई मुसीबत बनकर आया है, आधे राज्य तक यह बीमारी दस्तक दे चुकी है और इसके विस्तार लेने का खतरा बना हुआ है। राज्य सरकार इन हालातों से िंचंतित है और उसने इस बीमारी पर काबू पाने के लिए सारी ताकत झोंक दी है।
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लंपी वायरल ने मप्र सरकार की चिंता बढ़ाई भोपाल, 22 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पशुओं के जिंदगी पर लंपी वायरस नई मुसीबत बनकर आया है, आधे राज्य तक यह बीमारी दस्तक दे चुकी है और इसके विस्तार लेने का खतरा बना हुआ है। राज्य सरकार इन हालातों से िंचंतित है और उसने इस बीमारी पर काबू पाने के लिए सारी ताकत झोंक दी है।

राज्य में लंपी वायरस 26 जिलों में फैल चुका है और सौ से ज्यादा पशु काल के गाल में समा चुके है, तो अब भी दो हजार से ज्यादा पशु अब भी इस रोग की गिरफ्त में है। अब तक इस बीमारी के षिकार लगभग साढ़े पांच हजार पशु स्वस्थ हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस पर पैनी नजर रखे हुए है और हालात पर लगातार समीक्षा किए जा रहे है। राज्य सरकार की ओर से फ्री में टीका लगाया जा रहा है, क्योंकि टीकाकरण इस रोग की रोकथाम कर सकता है । राज्य के पशु-चिकित्सक और बाकी अमला उपचार और रोग के उपचार के संबंध में परामर्श देने के लिए अलर्ट मोड में है।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के पशुपालक और किसानों को अपने संदेश में कहा कि सरकार पशुओं के कष्ट के समय में उनके साथ है, सरकारी अमला पूरा सहयोग करेगा। इस बीमारी का टीका मुफ्त में दिया जा रहा है, लेकिन सावधानी आपको रखनी पड़ेगी। अगर हमने सावधानी नहीं रखी तो हमारे पशुधन पर गहरा संकट आएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विश्व के कल्याण में चाहे गौवंशी हो, भैंस वंशी हो, हमारे इन पशुओं का कल्याण भी शामिल है। इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि हम तत्काल इस रोग के लक्षण को पहचाने। लंपी वायरस से संक्रमित होने वाले पशुओं में कई तरह के बदलाव आते हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पशुओं से पशुओं में फैलता है इसके संक्रमित होने के बाद यह वायरस तेजी से फैलता है। इसलिए बेहतर है कि कुछ सावधानियाँ रख कर पशुओं को संक्रमित होने से बचाया जाए।

मुख्यमंत्री चौहान ने पशुपालकों को सावधानियों को बरतने का परामर्श देते हुए कहा कि किसी भी एक पशु में लक्षण दिखने पर तुरंत उसे बाकी पशुओं से अलग करने और पशु चिकित्सक से संपर्क करने के अलावा पशुओं को मक्खी, मच्छर, जूं आदि परजीवियों से बचा कर रखने, संक्रमित इलाके में कीटाणुनाशक का छिड़काव करने, लंपी वायरस से मृत पशुओं के शव को खुले में न छोड़ कर गहरा गड्ढा कर उसमें दफनायें।

मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना संक्रमण के लिए मिलकर लड़ी गई लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा, जैसे कोविड-19 से इंसानों के बचाव के लिए हमने लड़ाई लड़ी थी वैसे ही अपने गोवंश के लिए, बाकी पशुओं को बचाने के लिए हमको यह लड़ाई लड़नी पड़ेगी। आइए पूरी तरह से लंपी वायरस को हराने के लिए हम कमर कस लें और काम में जुट जाएं।

--आईएएनएस

एसएनपी/एएनएम