नेशनल हेराल्ड मामला: ईडी ने कहा- खड़गे और बंसल को दो ईमेल लिखे, मगर कोई सहयोग नहीं मिला

नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। नेशनल हेराल्ड मामले में एक ताजा घटनाक्रम में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यंग इंडियन अधिकारियों (कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल) को तलाशी अभियान में मदद करने के लिए दो ईमेल लिखे थे, लेकिन किसी ने उनका सहयोग नहीं किया।
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नेशनल हेराल्ड मामला: ईडी ने कहा- खड़गे और बंसल को दो ईमेल लिखे, मगर कोई सहयोग नहीं मिला नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। नेशनल हेराल्ड मामले में एक ताजा घटनाक्रम में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यंग इंडियन अधिकारियों (कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल) को तलाशी अभियान में मदद करने के लिए दो ईमेल लिखे थे, लेकिन किसी ने उनका सहयोग नहीं किया।

सूत्रों ने दावा किया, इससे हमें यंग इंडियन (वाईआई) कार्यालय को सील करने पर मजबूर होना पड़ा।

सूत्रों ने बताया कि जब वे वाईआई के कार्यालय पहुंचे तो बंसल और खड़गे दोनों वहां मौजूद थे। ईडी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने उनसे तलाशी अभियान में शामिल होने का अनुरोध किया।

सूत्र ने कहा, लेकिन वे दोनों तुरंत कार्यालय से निकल गए.. इससे पता चलता है कि वे हमारी मदद नहीं करना चाहते थे। इसके बाद हमने कार्रवाई करने का फैसला किया।

ईडी ने नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर स्थित यंग इंडियन के ऑफिस को सील कर दिया।

सूत्रों ने विस्तार से बताते हुए कहा कि ईडी ने खड़गे को वाईआई के एक अधिकारी को नामित करने के लिए कहा था, ताकि वे तलाशी की कार्रवाई शुरू कर सकें। लेकिन यह सुनने के बाद, खड़गे ने नेशनल हेराल्ड कार्यालय से चले गए और उन्हें कोई भी व्यक्ति उपलब्ध नहीं कराया गया।

सूत्र ने कहा, हम वाईआई के उस अधिकारी के सामने एक जब्ती ज्ञापन बनाना चाहते थे। चूंकि हमें कोई सहायता प्रदान नहीं की गई, हमें सबूत को बरकरार रखने के लिए इसे सील करना पड़ा।

ईडी ने कहा है कि अगर खड़गे उन्हें वाईआई का कोई अधिकारी मुहैया कराते हैं, जो तलाशी में उनकी मदद करेगा, तो वे सील किए गए कार्यालय को खोल देंगे।

बुधवार को ईडी ने बहादुरशाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की इमारत में वाईआई के कार्यालय को सील कर दिया था। ईडी ने हेराल्ड हाउस की इमारत पर एक आदेश चस्पा किया है। आदेश में कहा गया है, यह घोषित किया जाता है कि यह परिसर प्रवर्तन निदेशालय की पूर्व अनुमति के बिना नहीं खोला जाएगा।

सूत्रों ने पहले कहा था कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया, ताकि सबूतों से छेड़छाड़ न हो।

एक अधिकारी ने कहा, हमने मदद के लिए हेराल्ड के अधिकारियों को बुलाया था, लेकिन वरिष्ठ लोग सहयोग नहीं कर रहे थे और तलाशी में सहायता के लिए आगे नहीं आ रहे थे। हमारे पास कार्यालय को सील करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।

हाल ही में ईडी ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में कई दिनों तक पूछताछ की थी।

फिलहाल ईडी ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

इस संबंध में अब आगे के विवरण की प्रतीक्षा है।

--आईएएनएस

एकेके/एसकेपी