सिंधिया और भाजपा सांसद के.पी. यादव फिर आमने-सामने

भोपाल, 24 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गुना से भाजपा सांसद के.पी. यादव मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना से सिंधिया को हराने वाले यादव ने ग्वालियर-शिवपुरी जिले में सिंधिया समर्थकों द्वारा आयोजित बैठकों में उन्हें आमंत्रित नहीं करने पर निराशा जताई है।
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भोपाल, 24 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गुना से भाजपा सांसद के.पी. यादव मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना से सिंधिया को हराने वाले यादव ने ग्वालियर-शिवपुरी जिले में सिंधिया समर्थकों द्वारा आयोजित बैठकों में उन्हें आमंत्रित नहीं करने पर निराशा जताई है।

शिवपुरी जिले में यादव समुदाय की एक बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज के.पी. यादव ने कहा, मुझे अपने ही समुदाय की बैठक में नहीं बुलाया गया था। पहली बार मुझे आमंत्रित नहीं किया गया या बैठक के बारे में सूचित नहीं किया गया।

उन्होंने बुधवार को भोपाल में मीडिया से कहा, यह मेरे खिलाफ साजिश लगती है, इसलिए मुझे बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।

यादव की यह टिप्पणी सिंधिया द्वारा 22 मई को शिवपुरी जिले में स्थानीय लोगों (ग्वालियर, शिवपुरी) की एक सभा को संबोधित करने के दो दिन बाद आई है। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सिंधिया ने अलग-अलग समुदायों की दो सभाओं- केवट, माझी, यादव, वैश्य और कुछ अन्य को संबोधित किया।

22 मई को शिवपुरी में वस्या समुदाय की एक सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने हाथ जोड़कर लोगों से माफी मांगी और कहा, पूर्व में जो भी गलतियां हुई हैं, उनके लिए मैं माफी मांगता हूं। कृपया मुझे क्षमा करें।

यादव ने बुधवार को कहा कि व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखने की जरूरत है और उन्हें आमंत्रित किया जाना चाहिए था, क्योंकि वह क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। यादव ने कहा, इन चीजों से समाज में गलत संदेश जाता है। हमें एकजुट होने की जरूरत है। मैं घटनाक्रम से निराश हूं।

हालांकि सिंधिया और यादव के बीच अनबन पहली बार सामने नहीं आई है, ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है। यादव ने पहले आरोप लगाया था कि उन्हें सिंधिया की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था। बाद में प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने इन दोनों नेताओं के बीच के मतभेद को पाटने की कोशिश की, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि अब चीजें ठीक हैं।

इस बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें यादव को यह कहते हुए सुना जा सकता है, कुछ लोग समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें फिर से मेरे खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए था और फिर यह दिखाता कि वह (सिंधिया) कैसे लोकप्रिय हैं।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम