व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी प्योत्र टॉलस्टॉय ने कहा, रूस यूक्रेन को 18वीं सदी में धकेल देगा

लंदन, 25 नवंबर (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की एनर्जी सुविधाओं पर हमलों को आगे बढ़ाकर यूक्रेन को 18वीं सदी में वापस धकेल देगा। ऐसा दावा एक मीडिया रिपोर्ट के द्वारा किया गया है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की स्टेट ड्यूमा के सदस्य प्योत्र टॉलस्टॉय ने चेतावनी दी कि विंटर से पहले यूक्रेनी के बिजलीघरों पर हमलों मेंं कोई कमी नहीं आएगी।
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व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी प्योत्र टॉलस्टॉय ने कहा, रूस यूक्रेन को 18वीं सदी में धकेल देगा लंदन, 25 नवंबर (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की एनर्जी सुविधाओं पर हमलों को आगे बढ़ाकर यूक्रेन को 18वीं सदी में वापस धकेल देगा। ऐसा दावा एक मीडिया रिपोर्ट के द्वारा किया गया है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की स्टेट ड्यूमा के सदस्य प्योत्र टॉलस्टॉय ने चेतावनी दी कि विंटर से पहले यूक्रेनी के बिजलीघरों पर हमलों मेंं कोई कमी नहीं आएगी।

रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी के एक सदस्य ने कहा कि यूक्रेन के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया जाएगा और देश को 18वीं सदी में वापस धकेल दिया जाएगा। रूस की संसद के सांसद ने फ्रेंच ब्रॉडकास्टर बीएफएम पर चेतावनी देते हुए कहा कि यूक्रेन के सहयोगी अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन को उसकी मदद के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि मॉस्को में अधिकारियों ने निराधार दावा किया है कि यूक्रेन की राजधानी के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को विदेशी वायु रक्षा मिसाइलों के कारण नुकसान हुआ था।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, कीव शहर के भीतर लक्ष्यों पर एक भी हमला नहीं किया गया। वहीं क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि यूक्रेन रूसी पक्ष की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस तरह से पीछे हटकर पीड़ा को समाप्त कर सकता है। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन के पास स्थिति को सामान्य करने का हर मौका है। वहीं मॉस्को ने यूक्रेन की इस मांग को बार-बार खारिज किया है कि शांति वार्ता शुरू होने से पहले वे देश से बाहर हो जाएं।

गौरतलब है कि रूसी सैनिकों के द्वारा बीते महीने की शुरूआत के बाद कई मिसाइलें दागी गईं और ईरानी निर्मित ड्रोन को पूरे यूक्रेन में एनर्जी लक्ष्यों की ओर भेजा है ताकि तापमान शून्य से नीचे गिरने के कारण इसकी पावर ग्रिड को अपंग कर दिया जा सके।

--आईएएनएस

एफजेड/एएनएम