विधायक सचिन देव जिस तरह से मुझे बदनाम कर रहे, उससे हैरान हूं : विधायक रेमा

तिरुवनंतपुरुम, 18 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के मित्रवत सहयोगी रिवोल्यूशनरी मार्क्सिस्ट पार्टी (आरएमपी) की विधायक के.के. रेमा ने सीपीआई (एम) विधायक सचिन देव के खिलाफ कथित रूप से उन्हें बदनाम करने की शिकायत के साथ केरल विधानसभा अध्यक्ष और राज्य पुलिस की साइबर विंग से संपर्क किया है।
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तिरुवनंतपुरुम, 18 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के मित्रवत सहयोगी रिवोल्यूशनरी मार्क्‍सिस्ट पार्टी (आरएमपी) की विधायक के.के. रेमा ने सीपीआई (एम) विधायक सचिन देव के खिलाफ कथित रूप से उन्हें बदनाम करने की शिकायत के साथ केरल विधानसभा अध्यक्ष और राज्य पुलिस की साइबर विंग से संपर्क किया है।

रेमा ने कहा, ऐसा लगता है कि मुझ पर एक संगठित हमला हो रहा है और जिस तरह से सीपीआई (एम) के विधायक सचिन देव, जो मेरे (कोझिकोड जिले में) बगल के निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, सोशल मीडिया पोस्ट के साथ मेरी छवि खराब कर रहे हैं, उससे मैं बहुत हैरान हूं।

देव तिरुवनंतपुरम निगम की मेयर- आर्य राजेंद्रन के पति हैं।

रेमा इस हफ्ते की शुरुआत में केरल विधानसभा परिसर के अंदर स्पीकर- ए.एन. शमसीर के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के बाद निशाने पर आ गईं।

रेमा ने कहा, सचिन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है कि मैंने अपने प्रदर्शन के दौरान वाच एंड वार्ड स्टाफ द्वारा घसीटे जाने के दौरान लगी चोट का झूठा नाटक किया था। बांह में सूजन के साथ मुझे सबसे पहले विधानसभा परिसर के क्लीनिक में ले जाया गया और वहां से राजकीय सामान्य अस्पताल रेफर कर दिया गया। बाद में, मैं अस्पताल पहुंची और हड्डी रोग विशेषज्ञ ने एक्स-रे किया।

रेमा ने आगे कहा, बाद में मुझे अहसास हुआ कि देव ने चोट को फर्जी बताते हुए सोशल मीडिया पर मेरी तस्वीर शेयर की और अब मुझे बिना वजह ट्रोल किया जा रहा है। वह मेरे बगल के निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। मेरी छवि खराब करने से पहले वह कम से कम सच्चाई का पता लगा सकते थे।

रेमा सीपीआई (एम) के एक पूर्व तेजतर्रार नेता टी.पी. चंद्रशेखरन की विधवा हैं, जिन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और वाम दल के सबसे मजबूत आलोचक बन गए थे।

चंद्रशेखरन की 2012 में कोझिकोड में उनके घर के पास हमलावरों के एक समूह ने हत्या कर दी थी और इसके सिलसिले में तीन स्थानीय माकपा नेताओं सहित ग्यारह लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

--आईएएनएस

एसकेके/सीबीटी