राष्ट्रीय मतदाता दिवस के लिए थीम नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर

नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। इस साल के राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी) की थीम नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर (मतदान जैसा कुछ नहीं, मैं वोट जरूर करूंगा) है। 25 जनवरी को होने वाले एनवीडी उत्सव का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के बीच चुनावी जागरूकता पैदा करना और उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
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नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। इस साल के राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एनवीडी) की थीम नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर (मतदान जैसा कुछ नहीं, मैं वोट जरूर करूंगा) है। 25 जनवरी को होने वाले एनवीडी उत्सव का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के बीच चुनावी जागरूकता पैदा करना और उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।

देश के मतदाताओं को समर्पित, राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उपयोग मतदाताओं, विशेष रूप से नए पात्र मतदाताओं के नामांकन की सुविधा के लिए भी किया जाता है। देशभर में आयोजित एनवीडी समारोहों में नए मतदाताओं का अभिनंदन किया जाता है और उन्हें अपना मतदाता फोटो पहचानपत्र (ईपीआईसी) सौंपा जाता है।

नई दिल्ली में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री, किरेन रिजिजू समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।

राष्ट्रपति आयोजन के दौरान वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। सर्वश्रेष्ठ चुनावी प्रथाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को 2022 के दौरान आईटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव कराने में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रदान किए जाएंगे।

इसके अलावा, पहल, सुरक्षा प्रबंधन, चुनाव प्रबंधन, सुलभ चुनाव, मतदाता सूची और मतदाता जागरूकता व आउटरीच के क्षेत्र में योगदान के लिए सरकारी विभागों और मीडिया संगठनों जैसे महत्वपूर्ण हितधारकों को मतदाता जागरूकता में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाएंगे।

अधिकारियों ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा ईसीआई प्रकाशन इलेक्टिंग द फस्र्ट प्रेसिडेंट- एन इलस्ट्रेटेड क्रॉनिकल ऑफ इंडियाज प्रेसिडेंशियल इलेक्शन्स की पहली प्रति राष्ट्रपति को भेंट की जाएगी। यह पुस्तक, जो अपनी तरह का पहला प्रकाशन है, देश में राष्ट्रपति चुनाव की ऐतिहासिक यात्रा की झलक देती है। यह पिछले 16 राष्ट्रपति चुनावों की समय-सीमा के तहत राष्ट्रपति चुनाव प्रणाली और संबद्ध संवैधानिक प्रावधानों की बारीकियों पर प्रकाश डालता है।

सुभाष घई फाउंडेशन के सहयोग से ईसीआई द्वारा निर्मित एक ईसीआई गीत - मैं भारत हूं- हम भारत के मातदाता हैं की भी स्क्रीनिंग की जाएगी। यह गीत वोट की शक्ति को सामने लाता है और दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र में समावेशी, सुलभ, नैतिक, भागीदारी और उत्सवपूर्ण चुनावों की भावना का जश्न मनाता है।

25 जनवरी, 1950 को भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस को चिह्न्ति करने के लिए 2011 से देशभर में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम