यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन: समापन सत्र में उपराष्ट्रपति, सीएम योगी व शिक्षा मंत्री रहेंगे मौजूद

नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन) हैकथॉन भारत में शुरू हो चुका है। इसमें भारत के अलावा 22 अफ्रीकी देश हिस्सा ले रहे हैं। हैकथॉन का समापन शुक्रवार को होने जा रहा है।
 | 
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन: समापन सत्र में उपराष्ट्रपति, सीएम योगी व शिक्षा मंत्री रहेंगे मौजूद नई दिल्ली, 24 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन) हैकथॉन भारत में शुरू हो चुका है। इसमें भारत के अलावा 22 अफ्रीकी देश हिस्सा ले रहे हैं। हैकथॉन का समापन शुक्रवार को होने जा रहा है।

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश में यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूनेस्को के सहायक महानिदेशक (पैक्स), फिरमिन एडुआर्ड माटोको और 13 अफ्रीकी देशों के मंत्री इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।

यूनेस्को इंडिया-अफ्रीका हैकाथॉन एक वार्षिक 36 घंटे का कार्यक्रम है जो छात्रों, शिक्षकों, अध्यापकों और भारत के अनुसंधान समुदाय और अपने अफ्ऱीकी साझेदारों को इसके एक मंच पर साथ लाता है। इसके माध्यम से भारत समेत 22 अफ्रीकी देशों के छात्र सामने आने वाली आम चुनौतियों से निपटने के लिए तथा सांस्कृतिक समामेलन हेतु एक सूत्रधार के रूप में कार्य कर रहे हैं।

यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन का उद्घाटन 22 नवंबर, 2022 को एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में किया गया था। यूनेस्को इंडिया-अफ्रीका हैकाथॉन एक वार्षिक 36 घंटे का कार्यक्रम है। अलग-अलग देशों के छात्र यहां कंप्यूटर इंटरनेट एवं (आईटी) इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की सहायता से विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यूनेस्को इंडिया -अफ्रीका हैकथॉन युवा नवप्रवर्तकों को एक साथ आने और सहयोगी देशों द्वारा अनुभव की जाने वाली सामाजिक, पर्यावरणीय और तकनीकी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान करता है। यह विश्व को बदलने की क्षमता वाले संभावित स्टार्ट-अप्स तैयार करने की नींव के रूप में कार्य करता है। साथ ही यह इसमें भाग लेने वाले छात्रों को उनकी रचनात्मकता को उजागर करने और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए नई तकनीकों का पता लगाने की अनुमति देता है और इस प्रकार, आधुनिक विश्व में व्यावसायिक नवाचार की अगुवाई करता है।

मंत्रालय का कहना है कि हैकथॉन भारत और उसके अफ्रीकी समकक्षों द्वारा पोषित घनिष्ठ संबंधों के प्रतीक के रूप में भी कार्य करता है और यह ऐसे सहयोग की भावना का प्रतीक है जो मानव जाति की भलाई के लिए समस्याओं को हल करने के लिए उन्हें एक साथ लाता है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम