भारत, मिस्र रणनीतिक साझेदारी बढ़ाएंगे, द्विपक्षीय व्यापार को 12 अरब डॉलर तक ले जाएंगे

नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत और मिस्र ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है।
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नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत और मिस्र ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है।

उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों ने अगले पांच वर्षो में द्विपक्षीय व्यापार को 12 अरब डॉलर तक ले जाने का फैसला किया है।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ चर्चा के बाद अपनी टिप्पणी में मोदी ने कहा, अरब सागर के एक तरफ भारत है और दूसरी तरफ मिस्र है। दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग से दुनिया में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। इसलिए आज की बैठक में राष्ट्रपति सिसी और मैंने अपनी द्विपक्षीय साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया। हमने तय किया है कि भारत-मिस्र रणनीतिक साझेदारी के तहत, हम अधिक से अधिक दीर्घकालिक ढांचा विकसित करेंगे। राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाएंगे।

मोदी ने कहा कि उन्होंने और राष्ट्रपति सिसी ने कोविड महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों का बारीकी से अवलोकन किया।

उन्होंने कहा, राष्ट्रपति सिसी और मैं इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान निकट संपर्क में रहे हैं, और दोनों देशों ने जरूरत के समय में एक दूसरे को तत्काल सहायता भेजी है। आज, हमने कोविड और यूक्रेन से प्रभावित खाद्य और फार्मा आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने पर व्यापक चर्चा की है। हम इन क्षेत्रों में आपसी निवेश और व्यापार बढ़ाने की आवश्यकता पर भी सहमत हुए।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और मिस्र दुनिया भर में हो रहे आतंकवाद के प्रसार को लेकर चिंतित हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, हम इस राय पर एकमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर सुरक्षा खतरा है। दोनों देश इस बात पर भी सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है और इसके लिए हम साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सचेत करने का प्रयास करते रहेंगे।

मोदी ने आगे कहा, हमारे बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग बढ़ाने की भी अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने कहा, पिछले कुछ वर्षो में हमारी सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। हमने आज की बैठक में अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मजबूत करने और आतंकवाद से संबंधित खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी फैसला किया है।

मोदी ने कहा कि मिस्र के राष्ट्रपति के साथ उनकी मुलाकात के दौरान चरमपंथी विचारधाराओं और कट्टरपंथ को फैलाने के लिए साइबर स्पेस के दुरुपयोग के मुद्दे पर चर्चा हुई और इसलिए यह निर्णय लिया गया कि दोनों देश इसके खिलाफ भी सहयोग करेंगे।

भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मंगलवार को पहुंचे सिसी गुरुवार को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान मुख्य अतिथि होंगे।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम