बांग्लादेश : हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा बीएनपी, फर्जी खबरों का ले रहा सहारा

ढाका, 23 सितंबर (आईएएनएस)। मास्टर दा सुरजोसेन जैसे क्रांतिकारी नेताओं की जन्मस्थली चटगांव के रावजान उपजिला का सांप्रदायिक सौहार्द का अपना इतिहास रहा है। लेकिन, बीएनपी इस क्षेत्र में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रही है और इसके लिए अपने आधिकारिक फेसबुक पेज का सहारा ले रही है।
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बांग्लादेश : हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा बीएनपी, फर्जी खबरों का ले रहा सहारा ढाका, 23 सितंबर (आईएएनएस)। मास्टर दा सुरजोसेन जैसे क्रांतिकारी नेताओं की जन्मस्थली चटगांव के रावजान उपजिला का सांप्रदायिक सौहार्द का अपना इतिहास रहा है। लेकिन, बीएनपी इस क्षेत्र में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रही है और इसके लिए अपने आधिकारिक फेसबुक पेज का सहारा ले रही है।

बीएनपी द्वारा एक फेसबुक पोस्ट में कहा गया कि क्षेत्र में बौद्ध नागरिकों पर हमला किया गया है। हालांकि, लोगों न,े विशेष रूप से स्थानीय समुदाय के नेताओं ने, इसे फेक न्यूज करार दिया। इस पोस्ट को बीएनपी की ओर से लोगों को डराने को कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है।

बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के साथ, इस तरह की फर्जी खबरों के जरिए इसे हिंसा भड़काने की एक चाल के रूप में देखा जा रहा है।

देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को भड़काने के लिए एक हथियार के रूप में उग्रवादी विंग द्वारा सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जा रहा है।

2021 में, भगवान हनुमान की गोद में पवित्र कुरान रखने वाले एक हिंदू भक्त की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिसके बाद देश भर के मंदिरों को निशाना बनाया गया और बड़े पैमाने पर हमले किए गए। हालांकि, बाद में पुलिस जांच में पाया गया कि एक कट्टरपंथी मुस्लिम युवक ने पवित्र कुरान को भगवान हनुमान की गोद में रख दिया था और हिंसा फैलाने के लिए तस्वीरें पोस्ट की।

1971 युद्ध में पाकिस्तान से जीत हासिल करने के बाद तानाशाह जनरल जियाउर रहमान, जो बीएनपी के संस्थापक भी थे, ने 1975 में देश के संस्थापक पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के बाद शासन किया था।

--आईएएनएस

पीके/एसकेपी