फंड की कमी, कोविड, एनजीटी का आदेश: 2012 से क्यों ठप है चिल्ला रोड प्रोजेक्ट ?

नोएडा, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। आम जनता के कल्याण के लिए और बढ़ते ट्रैफिक दबाव को देखते हुए, चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना 2012 में शुरू की गई थी। यह सड़क अक्षरधाम से नोएडा और फिर सीधे महामाया फ्लाईओवर से जुड़ने वाली थी। इसके पूरे होने से नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात की समस्या से निजात मिलेगी, लेकिन ऐसा होना अभी बाकी है।
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फंड की कमी, कोविड, एनजीटी का आदेश: 2012 से क्यों ठप है चिल्ला रोड प्रोजेक्ट ? नोएडा, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। आम जनता के कल्याण के लिए और बढ़ते ट्रैफिक दबाव को देखते हुए, चिल्ला एलिवेटेड रोड परियोजना 2012 में शुरू की गई थी। यह सड़क अक्षरधाम से नोएडा और फिर सीधे महामाया फ्लाईओवर से जुड़ने वाली थी। इसके पूरे होने से नोएडा और दिल्ली के बीच यातायात की समस्या से निजात मिलेगी, लेकिन ऐसा होना अभी बाकी है।

धन की कमी, महामारी के कारण दो साल के रुके हुए काम और प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी के आदेश, परियोजना में लगातार रुकावटें इसके निर्माण के लिए सबसे हानिकारक हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने जनवरी 2019 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी और काम शुरू हुआ था।

परियोजना के शुरु होने के बाद दो साल में तेजी से काम हुआ लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि परियोजना का लगभग 15 प्रतिशत ही किया जा सका है। नोएडा को दिल्ली से जोड़ने के लिए डीएनडी फ्लाईवे के अलावा चिल्ला एलिवेटेड रोड एकमात्र सीधी सड़क होगी।

6 लेन की चिल्ला एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है इसमें विभिन्न उपयुक्त स्थानों पर रैंप बनाए जाएंगे। इसे सीधे डीएनडी फ्लाईवे से जोड़ा जाएगा। लेकिन इस परियोजना के बार-बार रुकने से बेहतर सुविधाओं का सपना देख रहे यात्री भी निराश हैं।

--आईएएनएस

केसी/एएनएम