दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 13 गिरफ्तार

नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर से तीन महिलाओं सहित कम से कम 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित तौर पर कर्ज देने के बहाने लोगों को ठगने में शामिल थे।
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नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर से तीन महिलाओं सहित कम से कम 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित तौर पर कर्ज देने के बहाने लोगों को ठगने में शामिल थे।

दिल्ली में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरोह पूरे भारत में लोगों को ठगने में शामिल था और आरोपी अब तक लोगों से 2 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं।

दिलचस्प बात यह है कि गिरोह सुलेखा ऐप पर भी पंजीकृत था, जो विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है और अधिकांश कॉल इसी ऐप के माध्यम से की जाती हैं।

पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को मंगोलपुरी इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर के संबंध में पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी। पुलिस उपायुक्त हरेंद्र सिंह ने कहा कि सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए छापेमारी की गई और 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

अधिकारी ने कहा कि उन्होंने 13 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और तीन रजिस्टर भी जब्त किए हैं। पूछताछ करने पर पता चला कि फर्जी कॉल सेंटर के मालिक पुनीत ने सुलेखा एप पर ऑनलाइन माध्यम से महालक्ष्मी फाइनेंस के नाम से अपना रजिस्ट्रेशन कराया था।

डीसीपी ने कहा कि वह अपने मोबाइल पर सुलेखा ऐप के माध्यम से उन ग्राहकों से कॉल प्राप्त करता था जो ऋण लेना चाहते थे। सुलेखा ऐप से मोबाइल नंबर प्राप्त करने के बाद, पुनीत अपने कर्मचारियों द्वारा टेली संचार के माध्यम से ग्राहकों को कॉल करता था।

अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ग्राहकों से कम ब्याज दरों पर कर्ज लेने पर जोर दिया और प्रोसेसिंग फीस और फाइल चार्ज के रूप में पैसे लेकर उन्हें धोखा दिया।

पुनीत और राहुल इस गिरोह के मास्टरमाइंड हैं। दोनों पिछले दो वर्षों से फर्जी व्यावसायिक ऋण और व्यक्तिगत ऋण देकर लोगों को ठग रहे थे।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने फर्जी बैंक खाते भी खोले हैं और धोखाधड़ी के लिए अलग-अलग फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल किया है।

--आईएएनएस

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