तमिलनाडु के मछुआरों का श्रीलंकाई नौसेना के खिलाफ विरोध प्र्दशन

चेन्नई, 21 सितंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के रामेश्वरम इलाके में मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों को खदेड़ने और मछली पकड़ने के जाल को नष्ट करने का विरोध कर रहे हैं।
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तमिलनाडु के मछुआरों का श्रीलंकाई नौसेना के खिलाफ विरोध प्र्दशन चेन्नई, 21 सितंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के रामेश्वरम इलाके में मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों को खदेड़ने और मछली पकड़ने के जाल को नष्ट करने का विरोध कर रहे हैं।

यह विरोध प्रदर्शन मंगलवार से शुरू हो गया।

हाल ही में श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के पुदुकोट्टई से आठ भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था।

मछुआरा संघ के नेताओं ने आईएएनएस को बताया कि, विरोध मछली पकड़ने के जाल और नावों को नष्ट करने और श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों के लिए समुद्र में मछली पकड़ने में बाधा उत्पन्न करने के खिलाफ है।

ऑल मैकेनाइज्ड फिशिंग बोट एसोसिएशन के अध्यक्ष जेसुराज ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, रामेश्वरम के मछुआरों ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के एक सप्ताह के विरोध के बाद सोमवार की रात को मछली पकड़ना शुरू किया था।

हालांकि, मंगलवार की सुबह जब वे अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास मछली पकड़ रहे थे, मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारियों ने खदेड़ दिया। इससे मछली पकड़ने के जाल नष्ट हो गए और नावों को नुकसान हुआ।

उन्होंने कहा कि, प्रत्येक नाव को लगभग 1 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और मछली पकड़ने वाली 25 नावें खाली हाथ लौट आई।

रामेश्वरम के एक मछुआरे आर क्रिस्टोफर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, हमारा जीवन एक कठिन दौर से गुजर रहा है। श्रीलंकाई दिन-ब-दिन आक्रामक होते जा रहे हैं। अगर भारत सरकार और तमिलनाडु सरकार कोई तत्काल कार्रवाई नहीं करती है तो हमारा जीवन दयनीय हो जाएगा और हम नहीं जानते कि आगे कैसे बढ़ना है।

पुदुकोट्टई के आठ भारतीय मछुआरे, जिन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने आईएमबीएल पार करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया था, हिरासत में हैं और उनकी मशीनीकृत नौकाओं की भी जब्त कर लिया गया है।

--आईएएनएस

पीटी/एसकेपी