गोवा में दलबदलुओं का विरोध, लोगों ने सोशल मीडिया पर उड़ाया मजाक
14 सितंबर को गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, माइकल लोबो, दलीला लोबो, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई, एलेक्सो सिकेरा और रुडोल्फ फर्नाडीस ने कांग्रेस का भाजपा में विलय कर दिया। उन्होंने भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
कामत ने अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा था कि यह भगवान के मार्गदर्शन में था कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। कामत के इस बयान ने गोवा के लोगों की काफी आलोचना की थी।
बुधवार दोपहर को, कांग्रेस समर्थकों ने नुवेम निर्वाचन क्षेत्र के स्थानीय लोगों के साथ, अलेक्सो सिकेरा द्वारा प्रतिनिधित्व किया, बाद के घर के सामने उनके खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध किया। उन्होंने उन्हें बैकस्टैबर कहकर उनका पुतला फूंका।
कांग्रेस नेता विरियातो फर्नांडीस ने आईएएनएस से कहा, हमारी मांग सीधी थी, मतदाताओं द्वारा डाले गए वोटों को वापस दें और विधायक पद से इस्तीफा दें। तब ये सभी दलबदलू भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें विधायक अलेक्सो सिकेरा से मिलने से रोका।
उन्होंने कहा, हम दलबदलुओं द्वारा प्रतिनिधित्व वाले अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में अपना विरोध जारी रखेंगे।
आरटीआई कार्यकर्ता सुदीप तामनकर ने इजिप्सियो डिसूजा और सैय्यद कादरी के साथ पणजी थाने में एक आम शिकायत दर्ज कर इन आठ विधायकों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
दरअसल कामत ने कहा था, भगवान ने मुझसे कहा था कि आप निर्णय लें, मैं आपके साथ हूं। इसलिए मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।
भाजपा में शामिल हुए आठ विधायकों का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर विभिन्न कार्टून और रील भी वायरल हो रहे हैं।
--आईएएनएस
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