कुतुब मीनार विवाद: दिल्ली की अदालत ने आगरा शाही परिवार के सदस्य की याचिका खारिज की

नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को आगरा में एक शाही परिवार का उत्तराधिकारी होने और कुतुब मीनार के स्वामित्व की मांग करने वाले एक व्यक्ति द्वारा दायर हस्तक्षेप याचिका को खारिज कर दिया।
 | 
कुतुब मीनार विवाद: दिल्ली की अदालत ने आगरा शाही परिवार के सदस्य की याचिका खारिज की नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को आगरा में एक शाही परिवार का उत्तराधिकारी होने और कुतुब मीनार के स्वामित्व की मांग करने वाले एक व्यक्ति द्वारा दायर हस्तक्षेप याचिका को खारिज कर दिया।

अतिरिक्त जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार ने कुंवर महेंद्र ध्वज प्रसाद सिंह द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया, जो आगरा के संयुक्त प्रांत के उत्तराधिकारी होने का दावा करता है और मेरठ से आगरा तक के क्षेत्रों पर अधिकार की मांग करता है।

सुनवाई के दौरान, मूल आवेदक की ओर से पेश अधिवक्ता अमिता सचदेवा ने तर्क दिया कि सिंह की याचिका को गंभीर दंड के साथ खारिज कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह प्रचार नौटंकी से ज्यादा कुछ नहीं है।

इस मामले में मुख्य मुकदमे में आरोप लगाया गया था कि 1198 में गुलाम वंश के सम्राट कुतुब उद दीन ऐबक के तहत 27 हिंदू और जैन मंदिरों को अपवित्र और क्षतिग्रस्त किया गया था, जिन्होंने उन मंदिरों के स्थान पर उक्त मस्जिद का निर्माण किया था। दास राजवंश सम्राट की कमान के तहत मंदिरों को ध्वस्त, अपवित्र और क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, जिन्होंने उसी स्थान पर कुछ निर्माण किया और याचिका के अनुसार इसे कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद का नाम दिया।

सिंह की याचिका में कहा गया है कि आवेदक बेसवान परिवार से है और राजा रोहिणी रमन धवज प्रसाद सिंह के उत्तराधिकारी और राजा नंद राम के वंशज हैं जिनकी मृत्यु 1695 में हुई थी।

--आईएएनएस

आरएचए/एएनएम