ओप्पो इंडिया और सीएससी अकादमी साइबर कौशल में 10 हजार महिलाओं को करेगी प्रशिक्षित

नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। ओप्पो इंडिया और सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) अकादमी ने घोषणा की है कि वे देश में साइबर सुरक्षा और साइबर वेलनेस में 10,000 महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगे।
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नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। ओप्पो इंडिया और सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) अकादमी ने घोषणा की है कि वे देश में साइबर सुरक्षा और साइबर वेलनेस में 10,000 महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगे।

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा समर्थित साइबर संगिनी कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण और अर्ध-शहरी महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल का उद्देश्य उन्हें प्रमाणित साइबर संगिनी बनने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है।

सीएससी एसपीवी के एमडी और सीईओ, संजय कुमार राकेश ने कहा, साइबर संगिनी कार्यक्रम के माध्यम से ओप्पो के साथ हमारी साझेदारी व्यक्तियों को साइबर सुरक्षा एंबेसडर बनने के लिए सशक्त करेगी, जो इन चुनौतियों का एक शक्तिशाली समाधान प्रदान करते हुए लगातार प्रशिक्षित और समर्थित हैं।

45-दिवसीय पाठ्यक्रम के पूरा होने के बाद, प्रतिभागियों को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) से एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, जो उनके इलाकों में रोजगार और आजीविका के अवसरों के द्वार खोलेगा।

साइबर संगिनियों को ऐसी साइबर घटनाओं से बचाने के लिए प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध मौजूदा कानूनों और रूपरेखाओं के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।

ओप्पो इंडिया में पब्लिक अफेयर्स के वाइस प्रेसिडेंट, विवेक वशिष्ठ ने कहा कि भारत अपनी ट्रिलियन-डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था क्षमता तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, ओप्पो सीएससी एकेडमी के साथ साझेदारी कर एक अभियान शुरू करने में गर्व महसूस कर रहा है, जो न केवल ऑनलाइन जोखिम और सुरक्षा उपायों के बारे में सभी उम्र के उपयोगकर्ताओं को संवेदनशील बनाता है, बल्कि साइबर स्वच्छता को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा देता है।

वशिष्ठ ने कहा, यह पहल नागरिकों की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने, डिजिटल अर्थव्यवस्था में सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से समावेशी सामाजिक और आर्थिक विकास के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ²ष्टिकोण को साकार करने की दिशा में भी एक कदम है।

कुशल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए साइबर सुरक्षा और साइबर कल्याण मुद्दों को संबोधित करने में उनके समर्थन के लिए नागरिकों से मामूली शुल्क लेने की अनुमति दी जाएगी।

साइबर संगिनी कार्यक्रम का उद्देश्य विशेष रूप से सोशल मीडिया के व्यापक उपयोग और डिजिटल भुगतान को तेजी से अपनाने के साथ नागरिकों में ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए जागरूकता बढ़ाना है।

इस पाठ्यक्रम में उन सावधानियों को शामिल किया गया है जो प्रत्येक इंटरनेट उपयोगकर्ता द्वारा साइबर हमले, साइबर धमकी, डेटा चोरी और व्यापार/प्रतिष्ठा की हानि की सूचना देने की बात आने पर ली जानी चाहिए।

--आईएएनएस

एसकेके