एक-चीन सिद्धांत को अमेरिका की चुनौती का डटकर मुकाबला किया जाएगा

बीजिंग, 5 अगस्त (आईएएनएस)। 3 अगस्त को अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने चीन के ताईवान की यात्रा खत्म की। उन्होंने थाईवान में तथाकथित ताईवान के साथ संबंध कानून को लेकर कहा कि अमेरिका ने ताईवान को बहुत ढृढ़ वचन दिया और अमेरिका ताईवान के साथ खड़ा होगा। 2 अगस्त को पेलोसी ने थाईवान की अपनी यात्रा को स्पष्ट करने के लिए अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट में एक लेख जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन नहीं किया है।
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एक-चीन सिद्धांत को अमेरिका की चुनौती का डटकर मुकाबला किया जाएगा बीजिंग, 5 अगस्त (आईएएनएस)। 3 अगस्त को अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने चीन के ताईवान की यात्रा खत्म की। उन्होंने थाईवान में तथाकथित ताईवान के साथ संबंध कानून को लेकर कहा कि अमेरिका ने ताईवान को बहुत ढृढ़ वचन दिया और अमेरिका ताईवान के साथ खड़ा होगा। 2 अगस्त को पेलोसी ने थाईवान की अपनी यात्रा को स्पष्ट करने के लिए अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट में एक लेख जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन नहीं किया है।

यह एक-चीन सिद्धांत के लिए अमेरिका की अवहेलना का एक बुरा प्रदर्शन है। वास्तव में पेलोसी द्वारा पेश किया गया ताईवान के साथ संबंध कानून अमेरिका द्वारा एकतरफा तौर पर बनाया गया है, जो तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्ति में अमेरिकी प्रतिबद्धता का उल्लंघन है और एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन है। पोलेसी ने जो कुछ भी कहा, वह भी अपने लालच को छिपा नहीं सकी।

लोगों ने उल्लेख किया कि पेलोसी की चीन यात्रा के बाद, चीनी सैन्य पक्ष ने ताईवान द्वीप के आसपास सैन्य अभियानों की एक श्रृंखला की घोषणा की है। चीन के कई विभागों ने भी धीरे-धीरे प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाए हैं। यह चीन द्वारा देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए उठाया गया एक आवश्यक कदम है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

आरएचए/