उग्रवाद और सीमा सुरक्षा को लेकर पूर्वोत्तर के डीजीपी और सीपीओ प्रमुखों का हुआ सम्मेलन

नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और त्रिपुरा पुलिस के तत्वावधान में 22-23 नवंबर को अगरतला में पूर्वोत्तर के डीजीपी और सीपीओ के प्रमुखों का 27वां सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में पूर्वोत्तर में सीमा सुरक्षा और उग्रवाद समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
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उग्रवाद और सीमा सुरक्षा को लेकर पूर्वोत्तर के डीजीपी और सीपीओ प्रमुखों का हुआ सम्मेलन नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और त्रिपुरा पुलिस के तत्वावधान में 22-23 नवंबर को अगरतला में पूर्वोत्तर के डीजीपी और सीपीओ के प्रमुखों का 27वां सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में पूर्वोत्तर में सीमा सुरक्षा और उग्रवाद समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।

गृह मंत्रालय के मुताबिक अगरतला में 12 केंद्रीय एजेंसियों के क्षेत्रीय प्रमुखों और गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के डीजीपी का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में पूर्वोत्तर राज्यों के बीच अधिक समन्वय देने पर जोर दिया गया।

जानकारी के अनुसार सभी अधिकारियों ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद, सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस इकाइयों की क्षमता निर्माण, मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क को खत्म करने, म्यांमार में विकास के प्रभाव और अन्य सीमा मुद्दों से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। वहीं सुरक्षा संबंधी इन मुद्दों को लेकर कुछ सिफारिशें की गई हैं, जिसे अधिकारी अपने-अपने राज्यों में लागू करने के लिए कदम बढ़ाएंगे।

दो दिवसीय इस सम्मेलन का उदघाटन त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने किया। पूर्वोत्तर में विकास को लेकर भारत सरकार के फोकस पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए शांति और सुरक्षा अनिवार्य है। वहीं त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने समापन कार्यवाही की अध्यक्षता की और सभी एजेंसियों से राष्ट्रहित में मिलकर काम करने का आग्रह किया।

--आईएएनएस

एसपीटी/एएनएम