अजीब लेकिन सच है: केरल के हत्यारे हाथी अरीकोम्बन के फैन भी कम नहीं

तिरुवनंतपुरम्, 19 मई (आईएएनएस)। हैरानी की बात है कि केरल के दुष्ट हाथी अरीकोम्बन जो 10 से ज्यादा लोगों को कुचल चुका है और चावल चुराने के लिए कई राशन दुकानों को तोड़ चुका है, इडुक्की जिले में उसके काफी फैन हैं।
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तिरुवनंतपुरम्, 19 मई (आईएएनएस)। हैरानी की बात है कि केरल के दुष्ट हाथी अरीकोम्बन जो 10 से ज्यादा लोगों को कुचल चुका है और चावल चुराने के लिए कई राशन दुकानों को तोड़ चुका है, इडुक्की जिले में उसके काफी फैन हैं।

हिल स्टेशन के अन्नकारा में ऑटो चालकों के एक समूह ने अरीकोम्बन फैन्स एसोसिएशन का गठन किया है।

हाथी को यहीं पर बेहोश करके इंसानों की बस्ती से दूर जंगल में छोड़ा गया था। इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस और स्थानीय लोगों को लंबी मशक्कत करनी पड़ी थी।

अनक्करा में शुक्रवार को अरीकोम्बन फैन्स एसोसिएशन के नाम से बड़े-बड़े फ्लेक्स बोर्ड लगे पाए गए।

कुछ ऑटो रिक्शा चालकों ने कहा, जब अरीकोम्बन को पकड़ा गया, हमने पूरा ऑपरेशन देखा था। जब ऑपरेशन चल रहा था, तो हाथी के कुछ बच्चे इसे देख रहे थे। हमें द:ुख है कि यहां रहने वाले अरीकोम्बन को जबरदस्ती हटा दिया गया। हमें वास्तव में दु:ख हुआ और हमने यह नया संगठन बनाने का फैसला किया।

एक अन्य भावुक अरीकोम्बन प्रशंसक, जो एक ऑटो रिक्शा चालक भी है, ने कहा कि दूसरे प्रयास में हाथी को पकड़ लिया गया।

उसने कहा, हम जानते हैं कि इस ऑपरेशन पर बहुत पैसा खर्च किया गया है। अगर अधिकारियों ने इसका एक चौथाई इस्तेमाल किया होता, तो उसे यहां सुरक्षित रूप से बसाया जा सकता था, जो कि उसका सबसे पसंदीदा स्थान था। हम जो कह रहे हैं वह महज कुछ लोगों की नहीं, बहुमत की राय है।

अरीकोम्बन का नामकरण इसलिए किया गया क्योंकि उसे चावल पसंद था (मलयालम में अरी का अर्थ चावल और कोम्बन का अर्थ टस्कर होता है) और उसका लक्ष्य ज्यादातर चावल की दुकानें और घर थे जहां चावल जमा किया जाता था।

ताजा खबर के मुताबिक, अरीकोम्बन जिसे पिछले महीने कब्जे में लेने के बाद रेडियो कॉलर लगाया गया है, अब वह उस इलाके के आसपास है, जहां से उसे पिछले महीने पकड़ा गया था और उसके प्रशंसक शायद उसकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं।

--आईएएनएस

एकेजे